rajya sabha kya hai और राज्यसभा का कार्यकाल कितने वर्षों का होता है?

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rajya sabha kya hai दोस्तों क्या आप जानना चाहते हैं कि rajya sabha क्या होती है और राज्यसभा कैसे काम करती है और राज्यसभा के सदस्यों का चुनाव कैसे होता है और राज्यसभा में कौन सदस्य होते हैं जो चुने जाते हैं और इसका प्रतिनिधित्व कौन करता है इन राज्यसभा सदस्यों की सुनवाई कौन करता है इन सबके बारे में अगर आप जानना चाहते हैं तो इस आर्टिकल को शुरू से लेकर लास्ट तक पड़े क्योंकि हम हमारे इस आर्टिकल में आपको बताएंगे कि राज्यसभा क्या है और राज्यसभा का चुनाव कैसे होता है

rajya sabha kya hai राज्यसभा क्या है

दोस्तों संसद के दो सदन होते हैं एक को राज्यसभा काहा जाता है तो दूसरे को लोकसभा कहा जाता है लोकसभा की बात की जाए तो यह सांसद का निचला सदन होता है और इसके सांसद जनता के द्वारा चुने जाते हैं और दोस्तों बात की जाए राज्यसभा की तो राज्यसभा सांसद का ऊपरी सदन होता है और इनके सदस्यों का चुनाव विधायक के द्वारा चुने जाते हैं जनता विधायक चुनती है और उन विधायकों में से ही राज्यसभा सदस्य चुने जाते हैं

rajya sabha की इस्तापना 

दोस्तों देश में हुए पहले लोकसभा चुनाव के बाद सांसद में एक सदन की काफी ज्यादा जरूरत महसूस की गई थी और और 23 अगस्त 1954 को इस समस्या का हल करने के लिए राज्यसभा का गठन किया गया था और दोस्तों राज्यसभा एक स्थाई सदन होता है और यह कभी भी भंग नहीं किया जा सकता इसके राज्यसभा के सदस्यों के कार्यकाल की बात की जाए तो इनका कार्यकाल 6 साल का होता है और भारत में राज्यसभा की सीटों की बात की जाए तो भारत में राज्यसभा की सीट 250 होती हैं इन 250 सीटों में 12 सदस्य राष्ट्रपति के द्वारा नॉमिनेट किए जाते हैं जो कि खेल कला संगीत जैसे क्षेत्रों से होते हैं बात की जाए इनके जितने भी सदस्य होते हैं यानी कि 238 राज्यसभा सांसद राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों से चुने जाते हैं

 आबादी के हिसाब से मिलती है राज्य सभा सीटें

आबादी के हिसाब से राज्यसभा की सीटें चुनी जाती हैं दोस्तों राज्यसभा की सीटों का चुनाव आबादी के हिसाब से होता है यानी कि कौन से राज्य में कितनी ज्यादा आबादी है उस हिसाब से सीटों का निर्धारण किया जाता है और उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा आबादी है तो वहां पर राज्यसभा की कितनी सीटें जबकि दूसरे नंबर पर महाराष्ट्र आता है जहां पर राज्यसभा की 19 सीटें और तीसरे नंबर पर पश्चिम बंगाल और चौथे नंबर पर बिहार आता है इन में राज्यसभा की 16 16 सीटें हैं वही बात की जाए अरुणाचल प्रदेश गोवा मणिपुर मिजोरम मेघालय जैसे छोटे राज्यों की तो इन राज्यों में केवल राज्यसभा की एक-एक सीटें हैं

और दोस्तों इस प्रकार राज्यसभा की टोटल सीटें 233 हैं और अंडमान निकोबार दीप समूह दमन और दीव चंडीगढ़ लक्ष्यदीप जैसे केंद्र शासित प्रदेशों में से राज्यसभा का प्रतिनिधित्व कोई नहीं करता यानी कि वर्तमान में भारत में राज्यसभा की 245 सीटें हैं

हर 2 साल में राज्यसभा के होते हैं चुनाव

दोस्तों राज्यसभा के चुनाव हर 2 साल में होते हैं और इसके एक तिहाई सदस्यों का कार्यकाल पूरा हो जाता है और उन सीटों पर चुनाव होता है दोस्तों बात की जाए 2020 की तो 2020 में 55 सीटों पर चुनाव हुए थे और सन 2018 में 58 सदस्यों के लिए चुनाव हुए थे

: कैसे होता है राज्यसभा सदस्यों का चुनाव

दोस्तों राज्यसभा सदस्यों का चुनाव करने के लिए एमएलए हिस्सा लेते हैं और विधान परिषद सदस्य यानी एमएलए राज्यसभा में चुनाव में शामिल होकर राज्यसभा सदस्यों को वोटिंग के द्वारा चुनते हैं

दोस्तों राज्य सभा के सदस्यों की सुनवाई सभापति के द्वारा की जाती है और राज्यसभा का सभापति भारत के उपराष्ट्रपति होते हैं और जो भी सुनवाई होती हैं बाह उपराष्ट्रपति के द्वारा ही की जाती है और राज्यसभा के सभापति का कार्यकाल 5 साल का होता है

कैसे होता है बिल पास 

दोस्तों जब कोई बिल लोकसभा के द्वारा पास कर दिया जाता है और वहां पर उसे पूर्ण बहुमत मिलता है इसके बाद उस बिल को राज्यसभा में पेश किया जाता है और यह बिल राज्यसभा में पास होने के बाद ही कानून बनता है अगर राज्यसभा में इसे पूर्ण बहुमत नहीं मिलता है तो इस बिल को पास नहीं किया जाता और यह बिल राज्यसभा में जाकर अटक जाता है

जब किसी सरकार के पास राज्यसभा और लोकसभा में पूर्ण बहुमत होता है तो बाह किसी भी बिल को काफी आसानी से पास करवा सकती है जैसे कि अभी 2019 से 2024 के बीच भारतीय जनता पार्टी के पास पूर्ण बहुमत की सरकार है यानी कि उनके पास राज्यसभा और लोकसभा में पूर्ण बहुमत है और उन्होंने इसका फायदा उठाकर कई ऐसे बिल को पास करवाया है जो काफी लंबे समय से राज्यसभा और लोकसभा में अटके हुए थे

rajya sabha का कार्यकाल 

दोस्तों लोकसभा 5 साल के बाद भांग हो जाती है जबकि राज्यसभा की बात की जाए तो राज्यसभा सदन का स्थाई अंग है और इसको भांग नहीं किया जा सकता राज्यसभा का कार्यकाल राज्यसभा सदस्य का कार्यकाल 6 वर्ष का होता है और प्रत्येक 2 वर्ष में इसके एक तिहाई सदस्य के लिए चुनाव किया जाता है यानी कि यह सदन का स्थाई अंग है और इसे किसी भी प्रकार से भंग नहीं किया जा सकता है और इसकी सुनवाई भारत के उपराष्ट्रपति करते हैं जो कि सभापति होते हैं

दोस्तों जब भी कोई राज्यसभा में बिल पेश किया जाता है तो बाह राज्यसभा में ही पेश किया जाता है अगर देश में किसी प्रकार की इमरजेंसी होती है तो एक विशेष सत्र को बुलाया जा सकता है और वह उस बिल को पास किया जा सकता है नहीं तो भारत में राज्यसभा के तीन ही सत्र होते हैं शीतकालीन ग्रीष्मकालीन और ग्रीष्म कालीन

rajya sabha kya hai आर्टिकल से क्या सीखा 

दोस्तों हमने हमारे इस आर्टिकल rajya sabha kya hai में आपको बताया है कि राज्यसभा क्या होती है और राज्यसभा के सदस्यों का चुनाव कैसे होता है और राज्यसभा का कार्यकाल कितने वर्ष का होता है अगर आपको हमारे द्वारा लिखा आर्टिकल अच्छा लगता है तो अपने दोस्तों के साथ शेयर करें और हमें कमेंट करके जरूर बताएं कि आपको हमारे द्वारा लिखा आर्टिकल कैसा लगा धन्यवाद

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manoj meena
हेलो दोस्तों मेरा नाम मनोज मीना है मैं बीए फाइनल ईयर का छात्र हूं मुझे बायोग्राफी लिखना काफी पसंद है क्योंकि हिंदी में ज्यादातर जानकारी किसी के बारे में भी उपलब्ध नहीं होती इसीलिए मैं ज्यादातर जानकारी इकट्ठी कर कर पॉपुलर पर्सन के बारे में बायोग्राफी लिखता हूं आप मुझे इंस्टाग्राम और फेसबुक पर फॉलो भी कर सकते हैं

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